हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है विश्व समोसा दिवस
सितंबर 5 दोस्तों और परिवार के साथ विश्व समोसा अवश्य दिवस मनाएं। भारत में समोसा बहुत लोकप्रिय है। किन्तु समोसे की उत्पत्ति भारत में नहीं हुई, जहां इसे अत्यधिक लोकप्रियता मिली । समोसे की शुरुआत 10वीं शताब्दी से कुछ समय पहले मध्य पूर्व में हुई थी। इसे 13वीं और 14वीं शताब्दी के आसपास व्यापारियों द्वारा भारत लाया गया था। किन्तु अब भारत में समोसा फैंसी रेस्तरां से लेकर सड़क किनारे विक्रेताओं द्वारा बेचा जाता है । अब भारत में ही नहीं समोसा दुनिया भर में एक पसंदीदा स्नैक फूड बन गया है। यह स्वादिष्ट पेस्ट्री आमतौर पर मसालेदार आलू, प्याज, मटर, गाजर और अन्य सब्जियों से भरी होती है।
इसका उल्लेख 10वीं सदी के गैस्ट्रोनॉमिक साहित्य में मिलता है। ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार, यात्रा करने वाले व्यापारी मध्य एशिया से उत्तरी अफ्रीका, पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया तक यात्रा करते थे और उनके साथ समोसे इन स्थानों पर पहुँचते थे।
भारत में, समोसा मध्य पूर्वी रसोइयों के साथ आया था जो दिल्ली सल्तनत शासन के दौरान नौकरी के लिए भारत आये थे। जल्द ही, यह राजा की पसंद का नाश्ता बन गया। जब मध्ययुगीन मोरक्को के यात्री इब्न बतूता ने 14वीं शताब्दी में भारत का दौरा किया, तो उन्होंने मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में भोज का दस्तावेजीकरण किया, जहां त्रिकोणीय समोसा ‘सांबुसाक’ मेहमानों को परोसा गया था।