भारत का मुकुट रत्न पर्यटक शहर आगरा गंदगी का नरक क्यों
आगरा – विश्व का जाना माने पर्यटक शहर आगरा के लोग हमेशा से अपने शहर को एक दिन स्वछ देखने का सपना देखते चले आ रहे हैं। दुनिया 2023 में प्रवेश कर रही है किन्तु आगरा के लोगों का यह सपना कब पूरा होगा कहना मुश्किल। ताजमहल देखने आये विदेशी पर्यटक समझ नहीं पाते कि भारत का मुकुट रत्न शहर आगरा गंदगी का नरक क्यों बना हुआ है इसके लिए नागरिक और नगर निगम एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। अधिकांश लोगों का मानना है कि यहाँ के जनप्रतिनधि लाल फोटे काटने में ज्यादा समय देते हैं , शहर के लिए काम समय देते हैं। आगरा में खुले में शौच करने के शौकीनों की भी कमी नहीं हुई है। यहाँ के लोग पान खाकर कहीं भी थूकने और घर का कूड़ा खुले में फेंकने की आदत बदलने में निष्क्रिय देखे देते हैं आगरा बहुत पुराना और घनी आबादी वाला शहर है, जिसे पूरी तरह नया रूप देना बहुत मुश्किल है , किन्तु काफी कुछ किया जा सकता है इंदौर की तरह। आगरा अधिकतर पर्यटन पर ही निर्भर करता है। यह शहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आता है, और पश्चिम उत्तर प्रदेश में अधिकांश विकास एनसीआर क्षेत्र के कारण नोएडा और गाजियाबाद में हुआ है। यूपी का बुंदेलखंड हिस्सा विकास के मामले में सबसे खराब है। आगरा सूखाग्रस्त क्षेत्र में भी है। यहां तक कि हाल के वर्षों में भूमिगत जल स्तर भी बहुत नीचे चला गया है।