फर्न्स अचार की शुरुआत 1937 में पुणे की एक रसोई से हुई
श्रीमती फर्नांडीस की साधारण रसोई में शुरू हुई एक छोटी सी अवधारणा अब मुंह में पानी लाने वाली रेंज में बदल गई है। आज, फर्न्स के उत्पाद स्थानीय मसालों और सामग्रियों से बनाए जाते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भोजन के साथ आने वाला जादुई अनुभव वैसा ही हो जैसा श्रीमती फर्नांडीस के दिनों में था।
1927 में अपने पति के साथ गोवा से पुणे, भारत के किरकी में आकर श्रीमती एन. फर्नांडीस ने अपने पाक कौशल को लगातार निखारा। उन्होंने स्थानीय स्तर पर प्रिजर्व और अचार तैयार किए और सफलतापूर्वक बेचे। लोगों को उनकी अनूठी कृतियों से बहुत जल्दी प्यार हो गया- जिसमें बैंगन और नींबू का अचार, नींबू का स्क्वैश और मैंगो जेली शामिल थे। 1937 में, इस सफलता के माध्यम से फर्न्स ब्रांड का जन्म हुआ। उनके ताजे और अनूठे उत्पाद ब्रिटिश सैनिकों और पुणे में रहने वाले उनके परिवारों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। वे बस स्वादिष्ट करी चाहते थे, उन्हें खुद से कुछ बनाने की ज़रूरत नहीं थी- और श्रीमती नतालिन ने उन्हें बस यही उपलब्ध कराया! अपनी विविध रेंज के माध्यम से गीले मसाला करी पेस्ट की अग्रणी, उनकी पाक कृतियाँ स्थानीय लोगों के लिए पसंदीदा बन गईं, जो स्थानीय मसालों और सामग्री का उपयोग करके विभिन्न व्यंजन बनाना चाहते थे! समय के साथ दुनिया बदल गई है, लेकिन श्रीमती नतालिन का परिवार उनकी विरासत को आगे बढ़ाते हुए उसी उत्साह के साथ उच्च गुणवत्ता वाले पेस्ट और अचार का उत्पादन जारी रखता है जैसा कि उन्होंने पुणे में किया था। श्रीमती फर्नांडीस ने सफलता के बीज बोए जो फर्न्स ने आज हासिल किए हैं ( fernsfood से साभार )