पर्यावरण का राजा भूटान जहाँ वन कवरेज 60 प्रतिशत अनिवार्य है
भूटान एक नई प्रणाली और स्थिरता पर नए सिरे से फोकस के साथ एक बार फिर सितम्बर माह से विदेशी पर्यटकों का स्वागत करेगा। सतत विकास शुल्क को संशोधित कर प्रति दिन 200 अमेरिकी डॉलर कर दिया गया है जो भूटान को कम कार्बन फुटप्रिंट बनाए रखने में मदद करेगा।
पर्यावरण संरक्षण इस देश के सकल राष्ट्रीय खुशी दर्शन के चार स्तंभों में से एक है, जो अपने देशवासियों की भलाई के लिए प्रकृति के महत्व को भली भांति पहचानता है। भूटान के लैंडस्केप प्रोटेक्शन संविधान अनुसार यह अनिवार्य है कि भूटान की कम से कम 60 प्रतिशत भूमि हर समय जंगल से ढकी होनी चाहिए। विश्व वन्यजीवन कोष संगठन अनुसार भूटान ने लगातार इसे हासिल किया है। वन कवरेज लगभग 70 प्रतिशत है। भूटान, सर्वाधिक वन कवरेज के स्थान में एशिया का पहला देश है। WWF अनुसार इस बौद्ध साम्राज्य के लोग स्वस्थ वातावरण में जीवन जीना एक मौलिक जन्म सिद्ध अधिकार मानते हैं ।