नीचा नगर फिल्म को 75 वर्ष पूर्व कान फिल्म समारोह में मिला था बड़ा पुरस्कार
चेतन आनंद की नीचा नगर ने 75 वर्ष पूर्व पहली बार भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर लाने का सौभाग्य पहुंचाया था जिसने फ्रांस के कान फिल्म समारोह में भव्य पुरस्कार जीता था । नीचा नगर फिल्म समाज में अमीर और गरीब के बीच की खाई को अभिव्यक्तिवादी रूप प्रस्तुत करती है।इस महीने 17 से 28 मई के बीच विश्व प्रसिद्ध कान फिल्म महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। भारतीय सिनेमा प्रेमी अपनी पसंदीदा फिल्मों और मशहूर हस्तियों की उपस्थिति की इसमें प्रतीक्षा करेंगे।
पिछले वर्ष , भारतीय फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग ‘ने सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र के लिए कैन फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन आई पुरस्कार जीता था। इससे पूर्व 2013 में इरफान खान की ‘ द लंचबॉक्स’ ने क्रिटिक्स वीक व्यूअर्स च्वाइस अवार्ड जीता, जिसे 2013 में ग्रैंड रेल द लौर के रूप में भी जाना जाता है, जबकि निर्देशक मीरा नायर ने कैमरा द ओर सर्वश्रेष्ठ पहली फीचर फिल्म एवार्ड जीता था। 1998 में ‘सलाम बॉम्बे’ ने ऑडियंस पुरस्कार हांसिल किया था।