ताजमहल की गुंबद पर चढ़ने वाला पहला व्यक्ति था अमेरिकन युवा जेम्स एंड्रयूज
अपनी जिंदगी से खेलकर अपना यह सपना 1927 में पूरा किया था। प्रश्न यह उठता है कि वह ताजमहल गुम्बद के शीर्ष पर क्यों चढ़ा यह एक रहस्य है। बताया है कि वह वहां से यमुना का सुन्दर नज़ारा देखना चाहता था। चौंकाने वाली बात यह है कि वह खड़ी और फिसलन वाली संगमरमर के गुंबद के शीर्ष पर चढ़ने में कैसे कामयाब रहा , यह सबके लिए एक आश्चर्य है। बताया जाता है की वह किसी भी खतरनाक जगह में चढ़ने में सक्षम था। वह दुनिया की एकमात्र फ्लोटिंग यूनिवर्सिटी एस एस रयंडम का छात्र था । इनसेट में उसे यमुना नदी की ओर देखते हुए कुछ नज़दीकी दृश्य में दिखाया गया है। नीचे जमीन से देख रहे हैं स्थानीय भारतीय परिचारक और शायद बाकी विदेशी दल है।
1926 में हॉलैंड अमेरिकन लाइन रिंडम पर सवार यूनिवर्सिटी वर्ल्ड क्रूज न्यूयॉर्क बंदरगाह से रवाना हुआ। सात महीने के विश्वव्यापी क्रूज पर उसने तत्कालीन ब्रिटिश भारत सहित 35 देशों का दौरा किया। भारत में, जहाज बंबई या कलकत्ता बंदरगाह पर उतरकर वह ट्रेन द्वारा आगरा आया था ।