रेलवे के इतिहास को जानने के लिए आगरा के हेरिटेज स्टेशनों को अवश्य देखें

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आगरा के हेरिटेज रेलवे स्टेशन देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण हैं। ब्रिटिश काल में बने ताज सिटी के अधिकांश रेलवे स्टेशन न केवल कार्यात्मक इमारतें हैं बल्कि अपने आप में पर्यटन स्थल भी हैं। ये न सिर्फ खूबसूरत हैं बल्कि इनके पीछे लम्बा इतिहास भी है। आगरा छावनी रेलवे स्टेशन मूल रूप से 1875 में दिल्ली-आगरा रेलवे लाइन के हिस्से के रूप में बनाया गया था। यह भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है।
1903 में शहर के बीचों बीच बनाया गया आगरा सिटी रेलवे स्टेशन अति महत्वपूर्ण एवं आकर्षक भवन है । आगरा की ओल्ड सिटी में होने के कारण यह स्टेशन शहर की व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करता था । वह समय था जब एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए ओवर ब्रिज नहीं बनाए जाते थे और आगरा सिटी रेलवे स्टेशन पर इसके लिए अंडरपास बना हुआ है। इस अंडरपास में रोशनी लगाकर टूरिस्ट आकर्षण के रूप में और अधिक विकसित किया जा सकता है।
1903 में बने इस स्टेशन का विरासत मूल्य बढ़ाने के लिए इसका नवीनीकरण कर इसे पर्यटकों के आकर्षण विकसित करने तथा एक रेलवे संग्रहालय स्थापित करने की आगरा के लोगों की मांग जारी है ।
आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन का निर्माण औपनिवेशिक काल में किया गया था। यह स्टेऑन भी भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है। पहले यहाँ छोटी लाइन और बड़ी लाइन हुआ करती थीं किन्तु अब यह पूरी तरह से ब्रॉड गेज रेलवे स्टेशन है। ईदगाह रेलवे स्टेशन आगरा के रेलवे इतिहास का महत्वपूर्ण भाग है। यहाँ राजपुताना स्टेट रेलवे की 1,000 मिमी (3 फीट 3+3/8 इंच)-चौड़ी मीटर-गेज दिल्ली-बांदीकुई और बांदीकुई-आगरा लाइन 1874 में शुरू गई थी।