kailash saraswat - होम्‍यौपैथ दबायें भी कोरोना संक्रमण सीमित करने में असरदार
प्रख्‍यात होमोपैथ्‍य चिकित्‍सक डा कैलाश सारस्वत

होम्‍यौपैथ दबायें भी कोरोना संक्रमण सीमित करने में असरदार

Health

आगरा: कोराना संक्रमण के उपचार के दौरान होम्योपैथिक दबाओं को भी लिया जा सकता है। यह कहना है,प्रख्‍यात होमोपैथ्‍य चिकित्‍सक डा कैलाश सारस्‍वत का। उनका कहना है कि भारत सरकार की गाइड लाइंस के अनुरूप ही संक्रमित का इलाज होना चाहिये ,लेकिन अगर होम्‍योपैथ की दबाये भी ली जाती रहें तो इलाज और भी प्रभावी हो जाता है, यह कहना है प्रख्‍यात होम्‍योपैथ डाक्‍टर प्रो डा कैलाश सारास्‍वत का ।
उन्‍होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को चल रहे प्रयास महत्‍वपूर्ण हैं लेकिन ये तभी सार्थक साबित हो सकते है ,जबकि नागरिक इनमें सक्रिय भागीदारी निर्वाहन करें। इस तथ्‍य को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता कि देश भी कोरोना संक्रमण से मुक्‍त नहीं हुआ है और वाइरस अपना रूप बदल केर नयी चुनौतियां दिये जा रहा है।विशेषज्ञ मानरहे है कि देश को अभी तीसरी लहर का भी सामना करना पड़ सकता है। इम्‍युनिटी बढाने के लिये अलबम 200 की दो बूंद या पांच गोलियां सप्‍ताह में एक बार लेने से शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।इस लिये एक चिकित्‍सक के नाते मुझे यह कहने में कोयी संकोच नहीं है लोगों कोअपनी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता बढाते रहने सबसे अहम है।
सरकार की गाइड लाइंस के मुताबिक इलाज करना करना चाहिेये ।इस इलाज के साथ ही अगर होम्‍योपैथ की दबाये भी अगर लेते रहे तो काफी प्रभाव होता है।मरीज जल्‍द स्‍वस्‍थ्‍य होता है। ।

एक जानकारी में डा सारस्‍वत ने बताया कि आक्‍सीजन की कमी को पूरा करने के लिये इसके लिये कारोबेज 200 की दो बूंद या पांच गोली हर घंटे लेना कारगर साबित होता है,बेनेडियम 30की दो बूंद या पांच गोली सप्‍ताह में एक दिन में चार बार लेंनी चाहिये लेकिन इसके लिये भी डॉक्टर परामर्ष जरूरी है। सामान्‍य अनुभव के अनुसार इससे आक्‍सीजन का स्तर बढ जायेगा।