भारतीय छात्र दूसरे देशों में अध्ययन करना क्यों पसंद करते हैं?
भारतीय छात्र दुनिया के हर देश में मिलेंगे। चाहें अमरीका ,ऑस्ट्रेलिया , फ्रांस , जर्मनी , स्लोवानीया या यूक्रेन हो। अक्सर इन छात्रों के परिवार विदेश जाने का आर्थिक भार उठा सकते हैं। भारतीय छात्रों को विदेश से घर लौटने पर बेहतर करियर की संभावनाएँ मिल सकती हैं। दूसरी संस्कृति के संपर्क में आने से उन्हें अन्य नौकरी आवेदकों की तुलना में अधिक लाभ मिल सकता है। वर्तमान में दुनिया के बहुतसे देशों में प्राइवेट यूनिवर्सिटी खुलती जा रही हैं। जहां शिक्षा बहुत महंगी है। आर्थिक संपन्न परिवार वहाँ अपने बच्चों को आसानी से प्रवेश दिला सकते हैं
भारत बड़ी आबादी वाला देश है। चिकित्सा, इंजीनियरिंग या वाणिज्य सभी क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा काफी अधिक है। बहुत से लोगों का कहना है यदि आप भारत में पैदा हुए हैं, तो आपको सफल करियर बनाने के लिए विदेशों से अधिक कड़ी मेहनत करनी होती है । लेकिन यदि आप विदेश जाते हैं, तो एक अच्छी शिक्षा प्रणाली और कम प्रतिस्पर्धा के कारण इन छात्रों को अधिक लाभ मिल सकता है । भारत में भी अगर आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी , लेकिन कई लोगों के लिए यह पर्याप्त नहीं है। भारत के सभी बच्चे आर्थिक तंगी के कारण विदेश नहीं जा सकते। इसलिए, जो लोग जा सकते हैं, वे अच्छा करियर बनाते हैं और भारत में पढ़ने वाले व्यक्ति की तुलना में उन्हें कई गुना ज़्यादा वेतन मिलता है।