कोरोना काल की अनूठी शादी, ग्रीन वैडिंग का मोनिका ने दिया उदाहरण
जयपुर – कोराना जैसी वैश्विक मानवीय आपदा के समय में साधन संसाधनों के अभाव के बावजूद साधारण परिवार की एक बेटी ने अपने विवाह के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अद्वितीय नवाचार करते हुए उदाहरण प्रस्तुत किया है।
श्री कल्पतरू संस्थान के “द जयपुर गार्डनर” अभियान का पिछले सात वर्षों से संचालन कर रही वॉलिंटियर मोनिका जांगिड़ ने सरकार की ओर से निर्धारित गाइडलाइन की पालना करते हुए मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सेनीटाइज की तो उचित व्यवस्था की ही, साथ ही अपने घर पर अपने हाथों से तुलसी और गिलोय के 31 पौधे तैयार करके आने वाले मेहमानों को भी भेंट किए। पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैली के स्थान पर पूजन के लिए लाए गए नारियल के खाली खोल का उपयोग ज्यादा किया गया। बारात में दूल्हे सहित केवल 11 लोग ही आए थे और कुल 31 मेहमान शामिल थे।
मोनिका ने बताया कि समारोह में पौधे वितरण को लेकर कुछ लोगों ने परंपरा ना होने की हिदायत देकर नाराजगी व्यक्त की लेकिन मेरे समझाने पर उन्हें भी समझ में आया कि वर्तमान दौर में मानव कल्याण के लिए तुलसी और गिलोय अमृत के समान कार्य कर रहे हैं जिसे घर-घर में उगाया जाना चाहिए। यह पौधे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ ऑक्सीजन की कमी को भी पूरा करते हैं।
शनिवार को मोनिका की शादी संपन्न हो गई। और अब 10 मई से सरकार की ओर से पुनः लोग डाउन की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में मोनिका ने सभी से अपील की है कि सरकार की ओर से प्राप्त प्रत्येक सूचना का पूर्णतः पालन करें और भारत को कोरोना मुक्त बनाने में अपना योगदान दें।
गौरतलब है कि मोनिका जांगिड़ ने स्वयं ही सैकड़ों मास्क तेयार करके श्री कल्पतरू संस्थान से जुड़े अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ वितरित किए हैं । साथ ही वे अब तक सात वर्षों में दस हज़ार पौधे लगाकर उन्हें संरक्षित भी कर चुकी है।