Author: राजीव सक्सेना
ब्रास टाउन जलेसर ने भी राम मंदिर के इतिहास में जोड़ा अपना नाम
आगरा – जलेसर को देश का “ब्रास टाउन” के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर प्रदेश के एटा जिले में स्थित है। यह जगह घुंघरुओं तथा घण्टे उत्पादन का मुख्य केंद्र है । आठ धातुओं के संयोजन ‘अष्टधातु’ से निर्मित, इस असाधारण रचना 2,400 किलोग्राम वजनी एक विशाल […]
प्रभा अत्रे कहती थीं, मैं शास्त्रीय संगीत को आम जनता तक ले जाना चाहती हूँ
प्रभा अत्रे को भारतीय शास्त्रीय गायन संगीत को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है। ‘जागूं मैं सारी रैना (राग मारू बिहाग), ‘तन मन धन’ (राग कलावती), ‘नंद नंदन’ (राग किरवानी) जैसे उनके गाने संगीत प्रेमियों को सदैव मंत्रमुग्ध करते रहेंगे।वह अपनी आखिरी […]
आगरा के महत्वाकांक्षी स्टार्टअप उद्यमी दुनिया भर में सेवाएँ दे रहे हैं
ताज सिटी आगरा भी स्टार्ट-अप उद्यमियों का केंद्र बनता जा रहा है। दुनिया भर के पर्यटक खूबसूरत ताज महल देखने यहाँ आते हैं जबकि यहाँ के लोग नौकरी या रोज़गार की तलाश में अपने शहर को छोड़ दूसरे शहरों में चले जाते हैं। किन्तु अब यहाँ ऐसे स्टार्ट-अप स्थापित हुए […]
एक बोर्डिंग स्कूल के रूप में हुई थी शुरुआत आगरा के सैंट पीटर्स कॉलेज की
आगरा : भारत के सबसे पुराने कॉन्वेंट स्कूलों में से एक आगरा के सैंट पीटर्स स्कूल की शुरुआत 1841 में एक बोर्डिंग स्कूल के रूप में हुई थी और 1846 में इसे इसके वर्तमान भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था जिसे स्कूल के स्थापना वर्ष के रूप में स्वीकार […]
भारत के नम्बर 1 ‘ चाय कुल्हड़मैन ‘ के नाम से मशहूर हैं अनुभव दुबे
सड़क पर खड़े होकर भारत में चाय पीने की परंपरा का एक लंबा इतिहास है, जो लंबे अरसे से चला आ रहा है। हालाँकि, स्ट्रीट चाय की दुकान के संदर्भ में “चाय वाला” की अवधारणा ब्रिटिश औपनिवेशिक युग के दौरान अधिक प्रचलित हो गई। आजकल हर नाम से चाय वाल […]
आगरा की 100 वर्ष पुरानी किराने की दुकान जहाँ अब भी बंशज बैठते हैं
( राजीव सक्सेना द्वारा ) आगरा : सामाजिक सरोकारों में योगदान ,दान ,धनाढ्य और सहष्णुता आगरा की लोक परंपरा रही है।स्वतंत्रता पूर्व काल से चली आ रही इस परंपरा में बेलनगंज, रावतपडा क्षेत्र के कारोबारियों का इसमें खास योगदरान रहा है। इन्हीं में वैश्य समाज के लाला सोहन लाल जी […]