दिलों में हमेशा रहोगे श्रवण भाई अलविदा
यमुना स्वच्छता के लिए कटिबद्ध श्रवण कुमार का जाना बहुत बड़ी छति
( ब्रज खंडेलवाल ) आगरा, यमुना स्वच्छता के लिए कटिबद्ध श्री श्रवण कुमार का अचानक यूं चले जाना, असहनीय तथा पर्यावरण की दुनिया के लये बहुत बड़ा नुकसान है। 1970 से समाजवादी युवजन सभा के दिनों से, राजा की मंडी की कन्हैया बिल्डिंग से दिल्ली, गुवाहाटी, चंडीगढ़, जयपुर, एक लंबी यात्रा, गांधीवादी एक्टिविस्ट के रूप में, वो इमरजेंसी में अंडरग्राउंड साहित्य वितरण और सामान पहुंचने की जिम्मेदारी, वो दलित मजदूर संघर्ष, जे पी आंदोलन, अन गिनित यादें, और पिछले दस सालों में यमुना आंदोलन में सक्रिय भागीदारी, संघर्ष का रास्ता, बिना डरे, बिना झुके, डटे रहना,काल के क्रूर हाथों ने जरूर छीन लिया है, मगर हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे श्रवण भाई अलविदा