आगरा का प्राचीन पार्क जहां पर्यटक शांतिपूर्ण वातावरण में समय बिता सकते हैं

Agra

आगरा के पालीवाल पार्क ब्रिटिश काल के दौरान जब इस पार्क का निर्माण किया गया था तब इसे मूल रूप से हेविट पार्क के नाम से जाना जाता था । ब्रिटिश काल का यह पार्क आगरा के शीर्ष आकर्षणों में से एक है, जहां पर्यटक आराम करने और शांतिपूर्ण वातावरण में कुछ शांत समय बिताने के लिए जाते हैं।
स्थानीय प्रजातियों को प्रोत्साहित करने के लिये हाल ही में पालीवाल पार्क में अंकोल और ब्रज के कदम्ब के पौधों को लगाया गया । यह पहल की पर्यावरणविद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता के0सी0 जैन ने जिनके साथ थे नेशनल चैम्बर के अध्यक्ष राजेश गोयल, पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, अशोक मित्तल एवं राहुल जैन।
इस अवसर पर अधिवक्ता जैन ने बताया कि पूरे पालीवाल पार्क में केवल एक अंकोल का वृक्ष है जिस पर अति सुगन्धित पुष्प आते हैं जो पार्क की सभी तितलियों और मधुमक्खियों को आकर्षित करते हैं। उन पर आने वाले फल लीची के समान होते हैं। आगरा में बहुत कम संख्या में ये वृक्ष हैं और इस वृक्ष को कम पानी की आवश्यकता होती है। धार्मिक व औषधीय दृष्टि से भी यह वृक्ष महत्वपूर्ण होता है। लगाये गये पौधों को स्वयं अधिवक्ता जैन द्वारा बीज से विकसित किया गया।
इस अवसर पर कृष्ण भगवान को प्रिय कदम्ब के पौधों को भी लगाया गया जो स्थानीय जलवायु के अनुसार बहुत अच्छे हैं और मरते नहीं हैं। इन्हें भी पानी की कम आवश्यकता होती है। चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि स्थानीय वृक्षों का पौधारोपण करायेंगे। कदम्ब पर आने वाले पुष्प भी अति सुगन्धित होते हैं। लेकिन पौधे आसानी से उपलब्ध नहीं होते। मनीष अग्रवाल द्वारा स्थानीय पौधों को लगाये जाने की अपील की गयी।