यमुना को नदी न कह कर गंदा जहरीला नाला कहना उचित
आगरा। यमुना नदी को बचाने हेतु शुरू हुए रिवर कनेक्ट अभियान जोकि पर्यावरणविद बृज खंडेलवाल द्वारा आगरा में यमुना की सफाई और सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा है ने छह वर्ष पूर्ण कर सातवें में प्रवेश कर लिया है । लोगों को रिवर कनेक्ट अभियान जोड़ने के लिए तब से यमुना पर हर शाम निर्बाध आरती होती आयी है। जिसका मुख्य उद्देश्य सरकार तथा राजनीतिज्ञों का नदी की दुर्दशा की ओर ध्यानाकर्षण है । इन आरतियों में हर स्तर के नेता तथा नौकरशाह शामिल हुए व कुछ न कुछ कर्णप्रिय वादे भी किये। किन्तु इसमें अबतक खास प्रगति नहीं दिखाई दी । अभियान से जुड़े एक्टिविस्ट आनंद राय का कहना है कि यमुना को नदी न कह कर गंदा जहरीला नाला कहना अधिक श्रेयस्कर रहेगा। श्री राय ने कहा उच्च न्यायालय ने यमुना नदी को जीवित व्यक्ति माना, तो फिर कौन है इसका हत्यारा? कौन है जो सामर्थ्यवान होते हुए भी इसे मरने दे रहा है? यमुना के मरने से ताजमहल की नींव खतरे में पड़ गई है व शहर का भूजल भी खात्मे की ओर है।