Keshav Mehra - ऑक्सीजन की कमी दूर करने में अहम भूमिका अदा कर सकती हाईड्रोजन फैक्ट्री
भाजपा के पूर्व विधायक केशो मेहरा

ऑक्सीजन की कमी दूर करने में अहम भूमिका अदा कर सकती हाईड्रोजन फैक्ट्री

Agra

आगरा : हाईड्रोजन फैक्ट्री आगरा कोविड -19 काल में ऑक्सीजन की कमी दूर करने में अहम भूमिका अदा कर सकती है, यह कहना है भारतीय जनता पार्टी पूर्व विधायक श्री केशो मेहरा का । इंजीनियरिंग बैक ग्रऊंड के श्री मेहरा ने छावनी क्षेत्र के विधायक रहे है , इस लिये इसी क्षेत्र में स्थित प्रमुख प्रतिष्ठानों की काफी जानकारी रखते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता एवं पूर्व विधायक के रूप में केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डा हर्ष बर्घन को 27 मई को प्रषित पत्र में उन्‍होंने कहा है कि आक्‍सीजन की जरूरत फीलहाल आवश्‍यक्‍ता के अनुरूप जरूर हो गयी है किन्‍तु कोरोना की तीसरी वेव की संभावना को दृष्‍टिगत जो तैयारियां सरकार के द्वारा की जा रहीं हैं उनमें आक्‍सीजन की अनवरत उपलब्‍धता भी महत्‍वपूर्ण है।संयोग से डा हर्षबर्धन के पास विज्ञान,तकनीकि एवं पृथ्‍वी विज्ञान विभाग भी हैं,जिसके तहत आगरा हाईड्रोजन फैक्‍ट्री संचालित है । पत्र की प्रति प्रधानमंत्री भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जे पी नड्डा और मुख्‍यमंत्री को भेजने के साथ ही स्‍थानीय प्रशासन के वरिष्‍ठ अधिकारियो को भी भेजी है।
श्री मेहरा ने कहा है चूकि हाईड्रोंजन फैक्‍ट्री में हाईड्रोजन का उत्‍पादन जल ( H2O) अपघटन की विधि( ELECTROLYSIS OF WATER ) से होता है,इस लिये अपशिष्‍ट के श्रप में वायुमंडल में डिस्‍चार्ज की जाने वाली आक्‍सीजन एक दम शुद्ध होती है।जो जानकारी उन्‍हे मिली है उसके अनुसार आगरा हाईड्रोजन फैक्‍ट्री एक महत्‍वपूर्ण सरकारी प्रतिष्‍ठान है। इसके बारे में ज्‍यादा कुछ भी नहीं कहना चाहेंगे किन्‍तु इतना जरूर जानते हैं कि 18000घन मीटर अक्‍सीजन हाईड्रोजन बनाने की प्रक्रिया के दौरान वायुमंडल में डिस्‍चार्ज की जाती है।
एक जानकारी के मुताबिक डिस्‍चार्ज की जाने वाली इस अक्‍सीजन को तीन दशक पूर्व तक अस्‍पतालों और नर्सिंग होमों में इस्‍तेमाल करने के लिये उपलब्‍ध करवाया जाता था।
श्री मेंहरा ने कहा कि एक नागरिक के तौर पर वह महसूस करते है कि श्‍वांस लेने की प्राकृतिक प्रक्रिया के प्रति जनमानस (नान मैडीको) में कभी भी इतनी चेतना जाग्रत नहीं रही जितनी कि कोविड19 के दूसरे चरण के हुई है। सुविधा संपन्‍न लोग अब घरों में आक्‍सीजन सिलैंडर रखने को लेकर फिक्रबन्‍द रहने लगे है। इससे उबरने में संभवत: अभी कुछ वक्‍त सकता है।

आक्‍सीजन की प्रचलित कीमत :
केंद्र सरकार ने भी हालांकि आकसीजन की कीमत तय की हुई है किन्‍तु जो प्रचलित दर है उनके मुताबिक 1 क्यूबिक मीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की अधिकतम कीमत (एक्स फैक्टरी) 15.22 रुपये और मेडिकल ऑक्सीजन की कीमत 25.71 रुपये तय कर रखी है. इस कीमत में जीएसटी शामिल नही हैं. बता दें कि 25 सितंबर 2020 को नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी यह दाम तय किए थे।
हाईड्रोजन फैक्‍ट्री से आक्‍सीजन की उपलब्‍धता :

एक घन मीटर भी 1000 लीटर या एक लाख क्यूबिक सेंटीमीटर के बराबर होती है। इस प्रकार 18000 घनमीटर आक्‍सीजन 180,000,00लिटर की आगरा हाईड्रोजन फैक्‍ट्री उपलब्‍धता संभव हो सकती है।